क्रेडिट कार्ड के नुकसान (Credit Card Ke Nuksan)

क्रेडिट कार्ड के नुकसान (Credit Card Ke Nuksan)

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Contents

  • क्रेडिट कार्ड के नुकसान
    • वार्षिक शुल्क और नवीनीकरण शुल्क
    • अधिक खर्च
    • क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी
    • उच्च ब्याज शुल्क
    • अधिभार
    • सीमित नकद निकासी
    • नकद अग्रिम शुल्क
    • अतिरिक्त व्यय
    • न्यूनतम बकाया
    • क्रेडिट स्कोर

 

जैसा कि हम जानते हैं कि एक क्रेडिट कार्ड अपने ग्राहकों को विभिन्न प्रकार के लाभ प्रदान करता है। आप अपने क्रेडिट कार्ड के माध्यम से ऑनलाइन खरीदारी और अन्य भुगतानों में अच्छी छूट और कैशबैक का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। इस प्रकार एक क्रेडिट कार्ड के लाभ अनगिनत है। लेकिन अगर आप इसका इस्तेमाल बुद्धिमानी से नहीं करते हैं तो क्रेडिट कार्ड के कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। 


यह सामान्य सी बात है कि अगर आप किसी भी वस्तु का इस्तेमाल आवश्यकता से अधिक या बिना सोचे समझे करते हैं तो आपको उसके नुकसानदायक परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।।ऐसा ही क्रेडिट कार्ड के साथ भी है। अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड का उपयोग प्रभावी ढंग से नहीं करते हैं तो आपको कुछ नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। 


आज हम इस लेख में क्रेडिट कार्ड के नुकसान के बारे चर्चा करेंगे। हम यह जानने के प्रयास करेंगे कि एक क्रेडिट कार्ड के नुकसान क्या-क्या है? और यह किन परिस्थितियों में उत्पन्न हो सकते हैं। तो चलिए क्रेडिट कार्ड के नुकसान के बारे में और जाने। 

1. वार्षिक शुल्क और नवीनीकरण शुल्क:

एक क्रेडिट कार्ड के सुविधाओं को जारी रखने के लिए आपको वार्षिक शुल्क और नवीनीकरण शुल्क देना होता है। वार्षिक शुल्क एक बार लिया जाने वाला शुल्क है जबकि नवीनीकरण शुल्क को प्रत्येक वर्ष अपने क्रेडिट कार्ड की सुविधाओं को जारी रखने के लिए देना होता है। यह वार्षिक शुल्क और नवीनीकरण शुल्क क्रेडिट कार्ड की प्रकृति पर निर्भर करता है। अगर आप अधिक लाभ देने वाला क्रेडिट कार्ड लेते हैं तो हो सकता है कि उस पर लगने वाला वार्षिक शुल्क और नवीनीकरण शुल्क अधिक हो। 


हालांकि वार्षिक शुल्क और नवीनीकरण शुल्क में क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता द्वारा छूट भी प्रदान की जाती है। लेकिन इसके लिए आपको अपने क्रेडिट कार्ड के माध्यम से एक निश्चित राशि को खर्च करना होगा। तभी आप अपने क्रेडिट कार्ड के वार्षिक शुल्क और नवीनीकरण शुल्क में छूट प्राप्त कर सकते हैं। 

2. अधिक खर्च:

एक क्रेडिट कार्ड आपको आपके पास धन ना होते हुए भी खरीदारी के लिए धन उपलब्ध कराता है, जिसे आप बाद में अपनी सुविधा के अनुसार भुगतान कर सकते हैं। इससे अधिक खर्च करने की प्रवृत्ति विकसित होती है क्योंकि व्यक्ति को अपने जमा धन को निकालने की आवश्यकता नहीं होती है। वह क्रेडिट कार्ड के धन का इस्तेमाल वस्तु की खरीद में कर लेता है जो उसे बाद में ऋण जाल में फसा देते हैं। अगर आप अपने इस खर्च किए गए धन को समय पर भुगतान नहीं करते हैं तो इस पर आपको ब्याज के रूप में अतिरिक्त राशि का भुगतान भी करना पड़ता है। 

3. क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी:

वर्तमान में क्रेडिट कार्ड भुगतान के सबसे सुरक्षित वित्तीय साधनों में से एक माना जाता है। फिर भी ऑनलाइन धोखाधड़ी के विचार को नकारा नहीं जा सकता है। विभिन्न माध्यमों से साइबर अपराधी क्रेडिट कार्ड की जानकारी को हासिल करने का प्रयास करते हैं। 


स्कीमिंग डिवाइस, फिशिंग तकनीक और अन्य ट्रिक का उपयोग करके आपके क्रेडिट कार्ड की जानकारी को चुराया जा सकता है। वह इस जानकारी के माध्यम से आपके क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल बिना आपकी जानकारी के कर सकते हैं। इस कारण से आपको अतिरिक्त वित्तीय बोझ का सामना करना पड़ सकता है। 


हालांकि बैंक आपके क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता द्वारा क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी लेनदेन के विरुद्ध सुरक्षा प्रदान की जाती है। लेकिन यह प्रक्रिया काफी लंबी और झेलाउ हो सकती है। 

4. उच्च ब्याज शुल्क:

क्रेडिट कार्ड के द्वारा इस्तेमाल की गई राशि पर उच्च ब्याज दर लगाया जाता है। अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड के बिल को समय पर भुगतान करते हैं तो आप अपने तो आप इस ब्याज दर से बच सकते हैं। लेकिन अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान पूर्ण रूप से ना करके अपने बकाया राशि बढ़ाते जाते हैं तो इस पर लगने वाला ब्याज भी बढ़ता जाता है जो अंत में आप पर एक भारी वित्तीय बोझ डाल देता है। 

5. अधिभार:

अपने क्रेडिट कार्ड का उपयोग करके भुगतान करने पर आपको एक अतिरिक्त शुल्क देना पड़ सकता है जिसे अधिकार के रूप में जाना जाता है। यह आमतौर  पर ईंधन और रेलवे बुकिंग पर किए गए खर्च पर लागू होता है। यह शुल्क आमतौर पर कुल लेनदेन लागत का 0.5% से 2% तक हो सकता है। 

6. सीमित नकद निकासी:

क्रेडिट कार्ड से नगद  निकासी पर आपको शुल्क देना होता है। साथ ही यह नगद निकासी सीमित होती है। आप अपने क्रेडिट कार्ड के लिमिट का कुछ प्रतिशत या भाग ही अपने क्रेडिट कार्ड के माध्यम से निकाल सकते हैं। इस पर ब्याज भी लगाया जाता है। 

7. नकद अग्रिम शुल्क:

आप अपने क्रेडिट कार्ड के माध्यम से आवश्यकता पड़ने पर भारत या विश्व के किसी भी एटीएम से नगद निकासी कर सकते हैं। इस नगद निकासी पर आपको नकद अग्रिम शुल्क देना होता है. साथ ही नगर निकासी के दिन से लेकर इस निकाली गई राशि के पुनर्भुगतान तक, आपको इस पर प्रतिदिन के हिसाब से ब्याज भी देना पड़ता है। 

8. अतिरिक्त व्यय:

अधिकांश क्रेडिट कार्ड कुछ अतिरिक्त व्यय के साथ आते हैं। जैसे- यदि आप अपनी क्रेडिट सीमा से अधिक खर्च करते हैं तो शुल्क, विदेशी लेनदेन के लिए शुल्क, शेष राशि हस्तांतरण शुल्क को अतिरिक्त व्यय के रूप में वाहन करना पड़ता है। 

9. न्यूनतम बकाया:

क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता द्वारा क्रेडिट कार्ड धारक को प्रतिमाह  क्रेडिट कार्ड बिल भेजा जाता है। आपने क्रेडिट कार्ड बिल को पूरी तरह ना भरकर उसके न्यूनतम देय राशि का भुगतान करके आप अपने क्रेडिट कार्ड के सेवाओं को जारी रख सकते हैं। लेकिन अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान लगातार नहीं करते हैं तो आपकी बकाया राशि एकत्रित होती जाती है, जिस पर आपको अतिरिक्त ब्याज दर का भुगतान करना पड़ता है। 

10. क्रेडिट स्कोर:

एक क्रेडिट कार्ड आपके क्रेडिट स्कोर को भी खराब कर सकता है। अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान समय पर नहीं करते हैं तो आपके ऋण भुगतान की प्रवृत्तियों को क्रेडिट फाइल में दर्ज किया जाता है जो आपके क्रेडिट स्कोर को आगे चलकर खराब कर सकता है। 

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