क्रेडिट कार्ड में न्यूनतम देय राशि क्या है? (What is Minimum Amount Due in Credit Card in Hindi?)

क्रेडिट कार्ड में न्यूनतम देय राशि क्या है? (What is Minimum Amount Due in Credit Card in Hindi?)

इस लेख में हम आपको क्रेडिट कार्ड में न्यूनतम देय राशि क्या होती है? (What is Minimum Amount Due in Credit Card in Hindi?) के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे। साथ ही हम आप को न्यूनतम देय राशि की गणना कैसे की जाती है?, न्यूनतम दे राशि का भुगतान करने के लाभ क्या है? के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे। इसके साथ ही हम न्यूनतम देय राशि का भुगतान करने के नुकसान और लंबी अवधि तक न्यूनतम देय राशि भुगतान करने से पड़ने वाले असर के बारे में भी आपको बताएंगे। 

Table of
Contents

  • न्यूनतम देय राशिक्या है?
  • न्यूनतम देय राशि की गणना कैसे
    की जाती है?
  • न्यूनतम देय राशि का भुगतान करने
    का लाभ
  • केवल न्यूनतम देय राशि का भुगतान करने
    के नुकसान

 

‘न्यूनतम देय राशि’ क्या है? (What is ‘Minimum Amount Due’ in Hindi?)

क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता द्वारा जब प्रत्येक माह आपको क्रेडिट कार्ड का बिल भेजा जाता है तो उसमें आपको क्रेडिट कार्ड के बिल के भुगतान देय तिथि पर क्रेडिट कार्ड बिल भुगतान करने के लिए दो विकल्प प्रदान किया जाता है। पहला या तो आप अपने कुल बकाया राशि का पूर्ण भुगतान करते हैं या दूसरा न्यूनतम देय राशि का भुगतान करें। 

अगर आपके पास कोई आर्थिक समस्या नहीं है तो आप अपने बकाया राशि का पूर्ण भुगतान कर सकते हैं। लेकिन अगर आप नगदी की समस्या का सामना कर रहे हैं तो आपके पास दूसरा विकल्प न्यूनतम देय राशि चुकाने का होता है। 

आप एक क्रेडट कार्ड बिल के न्यूनतम देय राशि को चुका कर अपने क्रेडिट कार्ड के सेवाओं को जारी रख सकते हैं। न्यूनतम देय राशि के माध्यम से क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता कार्डधारक को अपने क्रेडिट कार्ड के बिल की पूरी राशि का भुगतान करने के बजाय अपने कुल बकाया बिल के एक हिस्से का भुगतान करके अपने क्रेडिट कार्ड की सेवाओं को उपयोग करने के लिए सुविधा प्रदान करते हैं। यह आंशिक राशि जो क्रेडिट कार्ड की सेवाओं को जारी रखने के लिए भुगतान करना होता है उसे न्यूनतम देय राशि के नाम से जाना जाता है। न्यूनतम देय राशि का भुगतान करने पर आपको विलंब शुल्क का भुगतान नहीं करना पड़ता है। 


इस प्रकार “क्रेडिट कार्ड पर देय न्यूनतम राशि वह न्यूनतम राशि है जो आपको भुगतान देय तिथि पर भुगतान करने के लिए आवश्यक है, ताकि आप अपने क्रेडिट कार्ड की सेवाओं का उपयोग जारी रख रख सके।” न्यूनतम देय राशि आपकी बकाया राशि के 5% तक होती है। 


न्यूनतम देय राशि की गणना कैसे की जाती है? (How is the Minimum Amount Due Calculated?)

आमतौर पर क्रेडिट कार्ड के न्यूनतम देय राशि की गणना आपकी कुल बकाया राशि की 5% के आधार पर की जाती है। इसमें आपके पिछले विवरणों से देय किसी भी बकाया राशि को वर्तमान बकाया राशि में जोड़ दिया जाता है। इसके बाद आपका कुल बकाया राशि का 5% देय न्यूनतम राशि तय की जाती है। 


उपयोगकर्ता की न्यूनतम देय राशि में निम्नलिखित शुल्क भी जुड़ सकते हैं-


  1. यदि आपने अपने क्रेडिट कार्ड पर किसी भुगतान को EMI में परिवर्तित किया है, तो वह राशि भी न्यूनतम राशि में जोड़ दी जाती है।
  2. पिछले बिलिंग चक्र की बकाया राशि भी न्यूनतम राशि में जोड़ दी जाती है। 



न्यूनतम देय राशि का भुगतान करने का लाभ (Benefit of Paying the Minimum Amount Due)

न्यूनतम राशि का भुगतान करने के लाभ निन्मलिखित है-

1. अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड के बिल का पूर्ण भुगतान करने में समर्थ नहीं हैं तो आप न्यूनतम देय राशि का भुगतान करके अपने क्रेडिट कार्ड की सेवाओं को सक्रिय रख सकते हैं। 


2. अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड के न्यूनतम देय राशि का भुगतान समय पर करते हैं तो क्रेडिट कार्ड कंपनी द्वारा क्रेडिट इनफॉरमेशन ब्यूरो को आपको डिफ़ॉल्ट रूप में वर्गीकृत नहीं करेगा। इससे आपका कडिट्स को अच्छा बना रहेगा। 

3. अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड बिल के न्यूनतम देय राशि का भुगतान करते हैं तो आपको किसी प्रकार का लेट पेमेंट फीस नहीं देना होगा। इस प्रकार आप न्यूनतम देय राशि का भुगतान करके क्रेडिट कार्ड बिल के लेट पेमेंट फीस से बच सकते हैं। 

4. अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान समय पर नहीं करते हैं तो आपका क्रेडिट स्कोर प्रतिकूल रूप से प्रभावित होता है. लेकिन आप अगर न्यूनतम  देय राशि का भुगतान करते हैं तो आप अपने क्रेडिट स्कोर को प्रतिकूल रूप से प्रभावित होने से बचा सकते हैं। 


केवल न्यूनतम देय राशि का भुगतान करने के नुकसान (Disadvantages of Paying only Minimum Amount Due)

केवल न्यूनतम देय राशि का भुगतान करने के नुकसान निन्मलिखित है-


1. अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड के बिल का पूर्ण भुगतान ना कर केवल न्यूनतम देय राशि का भुगतान करते हैं तो शेष राशि आगे बढ़ जाती है। इस राशि पर ब्याज लगाया जाता है जो वार्षिक आधार पर 30 से 50% के बीच होता है। इसकी गणना प्रतिदिन के हिसाब से बकाया राशि पर की जाती है। समय के साथ बकाया राशि बढ़ने से ब्याज भी बढ़ता जाता है जो बाद में आप पर आर्थिक बोझ डालता है। 


2. हर महीने सिर्फ न्यूनतम देय राशि का भुगतान करने पर अगले महीने के लिए न्यूनतम देय राशि बढ़ जाती है, क्योंकि 1 महीने की शेष राशि को अगले महीने की राशि में जोड़ कर उसके बाद न्यूनतम राशि निकाली जाती है। इस प्रकार न्यूनतम राशि बढ़ती जाती है। 

3. अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड के बिल का पूर्ण भुगतान ना कर करके केवल न्यूनतम देय राशि का भुगतान करते हैं तो आप क्रेडिट कार्ड की ब्याज मुक्त क्रेडिट अवधि सुविधा का लाभ नहीं उठा सकते हैं। आपको ब्याज मुक्त क्रेडिट अवधि का लाभ उठाने के लिए अपने क्रेडिट कार्ड के बिल का पूर्ण भुगतान हर महीने करना होगा। 

4. क्रेडिट कार्ड के बिल का केवल न्यूनतम देय राशि का भुगतान करने पर आपकी उपलब्धि क्रेडिट सीमा को उस सीमा तक कम कर दी जाती है जिस सीमा तक आपने भुगतान नहीं किया होता है। यह आपके उपलब्ध क्रेडिट को कम करता है। 

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