Axis Bank Home Loan Process in Hindi (एक्सिस बैंक होम लोन प्रोसेस)

Axis Bank Home Loan Process in Hindi (एक्सिस बैंक होम लोन प्रोसेस)

Table of
Contents

  • Axis Bank
    Home Loan Process in Hindi
    • Fill up the
      home loan Application Form
    • Pay
      Processing Fee
    • Bank
      Discussion
    • Document
      Verification
    • Approval
      Process
    • Sanction
      Letter
    • Property
      Verification
    • Loan
      Disbursal

 

Axis Bank Home Loan Process in Hindi (एक्सिस बैंक होम लोन प्रोसेस)

अगर आप एक घर लेने की सोच रहे हैं और इसके लिए आप एक्सिस बैंक से होम लोन लेना चाहते हैं तो आप इस लेख के माध्यम से एक्सिस बैंक होम लोन प्रोसेस के बारे में विस्तार से जान सकते हैं। 


अक्सर यह देखा जाता है कि एक व्यक्ति होम लोन के लिए आवेदन तो करना चाहता है लेकिन वह लोन प्रक्रिया के बारे में पूर्ण रूप से अवगत नहीं होता है। इस लेख के माध्यम से हम एक्सिस बैंक होम लोन प्रोसेस की पूरी प्रक्रिया को विस्तार से बताएंगे। साथ ही हम उस में लगने वाले दस्तावेज और बैंक द्वारा की जाने वाली कार्रवाई के बारे में भी विस्तृत जानकारी प्रदान करेंगे। 


एक्सिस बैंक होम लोन प्रोसेस को मोटे तौर पर 8 चरणों में बांटा गया है। यह चरण निम्न है-

1. होम लोन एप्लीकेशन फॉर्म भरें (Fill up the home loan Application Form):

एक्सिस बैंक होम लोन प्रोसेस में सबसे पहला चरण होम लोन के लिए एप्लीकेशन फॉर्म को भरना होता है। इस एप्लीकेशन फॉर्म में आवेदक को अपना नाम, पता, आय विवरण और प्रमाण, रोजगार विवरण, शिक्षा विवरण और फोन नंबर जैसी बुनियादी जानकारी प्रदान करनी होती है। 


इन विवरण के अतिरिक्त एक वेतन भोगी कर्मचारी को वेतन पर्ची (नवीनतम 3 महीने के लिए), रोजगार प्रमाण, बैंक स्टेटमेंट (नवीनतम 6 महीने के लिए) नवीनतम फॉर्म 16 के लिए प्रमाण भी प्रस्तुत करने होते हैं। 


अगर आवेदक स्व-नियोजित है तो उसे अन्य आय दस्तावेजों के साथ पिछले 2 वर्ष के आइटीआर रिटर्न का पूरा विवरण प्रदान करना होता है। 

2. प्रसंस्करण शुल्क का भुगतान (Pay Processing Fee):

एक्सिस बैंक होम लोन एप्लीकेशन फॉर्म को आवश्यक दस्तावेजों के साथ जमा करने के बाद आवेदक को एक्सिस बैंक द्वारा तय किया गया प्रसंस्करण शुल्क का भुगतान करना होता है। यह प्रसंस्करण शुल्क वापस नहीं (Non-Refundable) किया जाता है। 


इस प्रसंस्करण शुल्क का उपयोग बैंक द्वारा आवेदक के विवरण को सत्यापित करने और संपत्ति के मूल्य और स्वामित्व की जांच जांच करने के लिए किया जाता है।   

 

यह प्रसंस्करण शुल्क एक बैंक से दूसरे बैंक के लिए भिन्न-भिन्न हो सकता है। यह प्रसंस्करण शुल्क या तो एक निश्चित राशि होता है या ऋण राशि का कुछ प्रतिशत हो सकता है। एक्सिस बैंक द्वारा होम लोन के प्रसंस्करण शुल्क के रूप में ऋण राशि का 1% (न्यूनतम रु. 10,000+ लागू करों के साथ) तक प्रसंस्करण शुल्क लिया जाता है। 

3. बैंक चर्चा (Bank Discussion):

आवेदक द्वारा सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ प्रसंस्करण शुल्क का भुगतान करने के बाद एक्सिस बैंक द्वारा आमतौर पर 5 कार्य दिवसों के भीतर ऋण आवेदन को स्वीकृत या अस्वीकार करने के बारे में निर्णय लेता है। 


एक्सिस बैंक इस बारे में आवेदक से चर्चा करने के लिए उन्हें बैंक में बुला सकता है या टेलीफोन पर भी चर्चा कर सकता है। स्व-नियोजित आवेदक के मामले में एक्सिस बैंक के प्रतिनिधि चर्चा के लिए उनके व्यवसाय स्थल पर भी जा सकते हैं ताकि वह उनके व्यवसाय के बारे में और अधिक जानकारी एकत्रित कर सकें। 

4. दस्तावेज़ सत्यापन (Document Verification):

जब एक्सिस बैंक द्वारा आवेदक के साथ व्यक्तिगत चर्चा का कार्य संपन्न कर लिया जाता है तो इसके बाद आवेदक की पात्रता की गणना की जाती है। इसके लिए एक्सिस बैंक का अधिकारी आवेदक के वर्तमान निवास का दौरा कर सकता है। साथ ही वह आवेदक केसिबिल स्कोर की जांच भी करता है ताकि आवेदक के ऋण चुकौती की क्षमता के बारे में जानकारी हासिल की जा सके। 

5. अनुमोदन प्रक्रिया (Approval Process):

अनुमोदन प्रक्रिया के माध्यम से ही आवेदक के ऋण आवेदन को मंजूर या नामंजूर किया जाता है। अगर आवेदक के सभी दस्तावेज को एक्सिस बैंक द्वारा उचित पाया जाता है और साथ ही उसका क्रेडिट स्कोर भी अच्छा होता है तो एक्सिस बैंक द्वारा आवेदक के होम लोन को स्वीकृत कर दिया जाता है। 

6. स्वीकृति पत्र (Sanction Letter):

अगर आवेदक का गृह ऋण स्वीकृत हो जाता है तो उसे एक्सिस बैंक की ओर से एक स्वीकृति पत्र भेजा जाता है। इस स्वीकृति पत्र में आवेदक को दी जाने वाली पात्र ऋण राशि, ब्याज दर और लागू प्रकार, नियम और शर्तों के साथ ऋण की अवधि बताई जाती है। यदि आवेदक इन बातों को स्वीकार करता है तो उसे इस स्वीकृति पत्र पर हस्ताक्षर करने होते हैं और इस स्वीकृति पत्र की एक प्रति को बैंक को भेजना होता है। 

7. संपत्ति सत्यापन (Property Verification):

जब आवेदक का ग्रह ऋण स्वीकार कर लिया जाता है तो एक्सिस बैंक द्वारा संपत्ति का सत्यापन किया जाता है। बैंक यह सुनिश्चित करता है कि संपत्ति पर किसी भी प्रकार का कानूनी विवाद या संघर्ष तो नहीं है। साथ ही बैंक द्वारा संपत्ति का तकनीकी मूल्यांकन भी किया जाता है। 


यदि संपत्ति निर्माणाधीन अवस्था में है तो बैंक द्वारा संपत्ति के निर्माण के चरण, प्रगति और गुणवत्ता की जांच भी की जाती है । यदि संपत्ति पुनर्विक्रय संपत्ति है तो बैंक भवन की आयु, गुणवत्ता और रखरखाव के स्तर की जांच भी अपनी संतुष्टि के लिए करता है। बैंक द्वारा इस बारे में भी जांच की जाती है कि क्या इससे पहले संपत्ति को कहीं गिरवी रखा गया था कि नहीं?


आवेदक को संपत्ति की मूल प्रति सहित सभी संपत्ति के कागजात को एक्सिस बैंक के पास जमा करना होगा। यह संपत्ति के कागजात एक्सिस बैंक के पास तब तक रखे जाते हैं जब तक आवेदक अपना पूरा कर्ज एक्सिस बैंक को वापस नहीं चुका देता। 

8. ऋण वितरण (Loan Disbursal):

जब एक बार एक्सिस बैंक द्वारा आवेदक की संपत्ति का सत्यापन पूरा कर लिया जाता है तो आवेदक द्वारा बैंक की कानूनी और तकनीकी रिपोर्ट के अनुसार सभी दस्तावेजों को बैंक को उपलब्ध कराना होता है। इसके बाद आवेदक और बैंक के बीच ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए जाते हैं। इसके बाद आवेदक को गृह ऋण चेक के माध्यम से वितरित कर दिया जाता है। 

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