Business Insurance in Hindi

Business Insurance in Hindi (बिजनेस इंश्योरेंस) एक Business Insurance किसी कंपनी के व्यवसाय को उसके दैनिक संचालन के दौरान होने वाले किसी भी प्रकार की वित्तीय हानि से सुरक्षा प्रदान करता है। एक बिजनेस इंश्योरेंस पॉलिसीधारक को कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों से संबंधित जोखिमों और कंपनी की संपत्ति को हुए किसी प्रकार के … Read more

HDFC Bike (Two Wheeler) Loan Offer in Hindi

HDFC Bike (Two Wheeler) Loan Offer in Hindi Table of Contents HDFC Bike Loan Features HDFC Bike Loan Eligibility HDFC Bike Loan Fees & Charges HDFC Bike Loan Documentation   एचडीएफ़सी बाइक लोन की विशेषताएं (HDFC Bike Loan Features in Hindi)   अगर आप एचडीएफसी बैंक के खाताधारक है तो आपको HDFC Bike Loan  के … Read more

NCB Meaning in Insurance in Hindi

NCB Meaning in Insurance in Hindi (नो क्लेम बोनस)

Table of Contents

  • NCB full form in Insurance in Hindi
  • What is No Claim Bonus in General
    Insurance in Hindi?
  • What is No Claim Bonus (NCB) in
    Car and Bike Insurance in Hindi?
  • Benefits of NCB in Car and Bike Insurance in Hindi
  • NCB in Car and Bike Insurance works in Hindi ?
  • How to transfer NCB to new Insurance Company in Hindi?

 

 

बीमा में एनसीबी
का फुल फॉर्म (NCB full form in Insurance in Hindi)

बीमा में एमसीबी का फुल फॉर्म है- नो क्लेम बोनस (No Claim Bonus)। वास्तव में यह एक प्रकार का पुरस्कार होता है जो बीमा कंपनी द्वारा बीमाधारक को तब प्रदान किया जाता है जब यह पॉलिसी वर्ष में किसी भी प्रकार का दावा दायर नहीं करते हैं। नो क्लेम बोनस में बीमाधारक अपने अगले पॉलिसी वर्ष में बीमा का नवीकरण करने पर प्रीमियम में छूट प्राप्त कर सकते हैं। 


अगर बीमाधारक पॉलिसी वर्ष में किसी भी प्रकार का दावा दायर नहीं करता है तो यह नो क्लेम बोनस हर वर्ष बढ़ती जाती है। 

 

 

सामान्य
बीमा में नो क्लेम
बोनस क्या है? (What is No Claim Bonus in General
Insurance in Hindi?)

सामान्यतः बीमा उद्योग के दो महत्वपूर्ण खंड होते हैं- जीवन बीमा और सामान्य बीमा (General Insurance)। जो बीमा जीवन बीमा के दायरे में नहीं आती है उन्हें सामान्य बीमा के तहत वर्गीकृत किया जाता है। इस प्रकार वाहन बीमा, यात्रा बीमा स्वास्थ्य बीमा आदि सामान्य बीमा के प्रकार हैं। एनसीबी का फुल फॉर्म नो क्लेम बोनस है और यह जीवन बीमा और सामान्य बीमा दोनों में लागू होता है। 


एक नो क्लेम बोनस वाहन बीमा के साथ-साथ स्वास्थ्य में भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। लेकिन अन्य बीमा क्षेत्रों में एनसीबी (NCB) उतना लोकप्रिय नहीं है जितना लोकप्रिय यह वाहन बीमा और स्वास्थ्य बीमा में है। वर्तमान समय में वाहन बीमा और स्वास्थ्य बीमा का चयन करने वाले लोग अधिक संख्या में हैं। एनसीबी के माध्यम से वह अपने प्रीमियम पर लगने वाली लागत को कम कर सकते हैं। जब वह अपने पॉलिसी का नवीनीकरण करते हैं तो नो क्लेम बोनस के माध्यम से वह प्रीमियम में अच्छी छूट प्राप्त कर सकते हैं। 

 


कार और बाइक
बीमा में नो क्लेम
बोनस (एनसीबी) क्या है? (What is No Claim Bonus (NCB) in Car and Bike Insurance in Hindi?)

अगर आप पॉलिसी अवधि के दौरान अपने वाहन को सुरक्षित रूप से चलाते हैं और पॉलिसी अवधि के दौरान किसी भी प्रकार का दावा दायर नहीं करते हैं तथा आप पॉलिसी अवधि समाप्त होने पर आप पालिसी का नवीनीकरण समय पर (पॉलिसी समाप्ति के 90 दिनों के भीतर) करवाते हैं तो आपको बीमाकर्ता द्वारा नो क्लेम बोनस का लाभ प्रदान किया जाता है। इसमें बीमाकर्ता वाहन मालिक को अपने वाहन पॉलिसी को नवीनीकरण करते समय प्रीमियम पर छूट प्रदान करता है। प्रीमियम में प्रदान की जाने वाली इसी छूट को बाइक और कार बीमा में नो क्लेम बोनस कहा जाता है। 


अगर आप लगातार पॉलिसी अवधि के दौरान किसी प्रकार का दावा पेश नहीं करते हैं तो यह नो क्लेम बोनस बढ़ता जाता है। आप 50% तक नो क्लेम बोनस का लाभ उठा सकते हैं।


 


कार और बाइक
बीमा में एनसीबी के
लाभ (Benefits of NCB in Car 
and Bike Insurance in Hindi)

1. सकारात्मक पुरस्कार:

एनसीबी एक सकारात्मक पुरस्कार है जो किसी व्यक्ति को एक जिम्मेदार ड्राइवर और वाहन मालिक होने के लिए पुरस्कृत करता है। इसके माध्यम से आप एक जिम्मेदार वाहन चालक की जिम्मेदारी को बखूबी पूरा कर सकते हैं। 

 

2. आपसे
जुड़ा है और आपके वाहन
 से नहीं:

एनसीबी एक व्यक्ति के रूप में आप से जुड़ा होता है ना कि आपके वाहन से। इसका तात्पर्य यह है कि आपके पास किसी कोई भी वाहन क्यों ना हो जब तक आप अपनी वाहन का पॉलिसी नवीनीकरण पॉलिसी अवधि समाप्त होने से पहले करा रहे हैं तब तक आप अपनी वाहन बीमा के लिए नो क्लेम बोनस का लाभ प्राप्त करना जारी रख सकते हैं। 


3. बीमा प्रीमियम पर बचत:

हर कोई व्यक्ति कुछ भी खरीदते समय छूट प्राप्त करना चाहता है। आप नो क्लेम बोनस के माध्यम से अपने वार्षिक वाहन प्रीमियम पर 20% से लेकर 50% तक की छूट प्राप्त कर सकते हैं।

 


4. आसानी
से हस्तांतरणीय:

अगर आप किसी कारण से अपना बीमा कंपनी या वाहन को बदल रहे हैं तो आप एनसीबी को एक सरल प्रक्रिया के माध्यम से आसानी से हस्तांतरण कर सकते हैं। इसके लिए आपको बस इस बात का ध्यान रखना है कि आपको वर्तमान पॉलिसी की समय सीमा समाप्त होने से पहले ही अपनी पॉलिसी का स्थानांतरण दूसरे बीमा कंपनी को कर देना है ताकि आप एनसीबी का लाभ उठा सकें। 

 

Read more

TATA AIG Bike/Two Wheeler/Scooty Insurance in Hindi

TATA AIG Bike/Two Wheeler/Scooty Insurance in Hindi (टाटा एआईजी बाइक/टू व्हीलर/स्कूटी बीमा)

Table of
Contents

  • TATA AIG
    Bike/Two Wheeler Insurance
  • Features and
    Benefits of TATA AIG Bike/Two Wheeler Insurance
  • Type of TATA
    AIG Bike/Two Wheeler Insurance
  • TATA AIG
    Bike/Two Wheeler Insurance Coverage
  • TATA AIG
    Bike/Two Wheeler Insurance Exclusions
  • ATA AIG
    Bike/Two Wheeler/Scooty Insurance Add-on Cover

 


टाटा एआईजी दोपहिया
वाहन बीमा (TATA AIG Two Wheeler Insurance in Hindi)

एक बाइक इंश्योरेंस, बाइक मालिक और बाइक बीमा प्रदान करने वाली कंपनी के बीच एक समझौता होता है जहां बाइक बीमा प्रदान करने वाली कंपनी बाइक मालिक को उसकी बाइक को होने वाले नुकसान के मामले में लागत को कवर करता है। इसे दोपहिया पॉलिसी के रूप में भी जानते हैं। 


दोपहिया वाहन को नुकसान किसी दुर्घटना, चोरी, प्राकृतिक आपदा के कारण हो सकता है। इन सभी कारणों में एक बाइक बीमा प्रदान करने वाली बीमा कंपनी बाइक को पूर्ण रूप से सुरक्षा प्रदान करती है। अगर आपकी बाइक में कुछ भी नुकसान होता है तो इसकी भरपाई बीमा कंपनी द्वारा की जाती है। 


आज बीमा बाजार में विभिन्न प्रकार की बाइक बीमा उपलब्ध है। आप अपनी सुविधा और वित्तीय क्षमता के अनुसार इनमें से किसी भी एक का चुनाव कर सकते हैं। प्रत्येक बीमा कंपनी आपको लगभग तीन प्रकार की बाइक बीमा प्रदान करती है। पहली व्यापक बीमा पॉलिसी, दूसरी थर्ड पार्टी पॉलिसी और तीसरा स्टैंड अलोन ओन डैमेज। 


आज हम इस लेख में टाटा एआईजी बाइक बीमा पॉलिसी के बारे में जानेंगे। टाटा एआईए बाइक बीमा पॉलिसी द्वारा व्यापक बीमा पॉलिसी, स्टैंडअलोन ओन डैमेज पॉलिसी और तृतीय पक्ष बीमा पॉलिसी प्रदान की जाती हैं। इसमें अतिरिक्त कवरेज प्रदान करने के लिए ऐड-ऑन का विकल्प भी दिया जाता है। तो चलिए टाटा एआईजी बाइक इंश्योरेंस के बारे में और जाने। 

 

टाटा एआईजी बाइक/टू व्हीलर/स्कूटी बीमा की विशेषताएं और लाभ (TATA AIG Bike/Two Wheeler/Scooty Insurance Features and Benefits in Hindi)

 

1. प्रीमियम
पर बचत:

अगर आप ऑनलाइन टाटा एआईजी बाइक इंश्योरेंस खरीदते हैं तो आप प्रीमियम पर छूट प्राप्त कर सकते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि एक ऑनलाइन बाइक बीमा पॉलिसी पेपरलेस होती है और इसमें किसी मध्यस्थ की आवश्यकता नहीं होती है। अतः इसमें आने वाली लागत को ग्राहक को वह नहीं करना पड़ता है। 


2. नो क्लेम बोनस (एनसीबी):

टाटा एआईजी बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी में अगर पॉलिसीधारक ने पॉलिसी अवधि के दौरान किसी भी प्रकार का दावा पेश नहीं किया है तो नो क्लेम का लाभ प्रदान किया जाता है। यह 20% से शुरू होता है। आप इसका उपयोग अपने प्रीमियम भुगतान करने में कर सकते हैं। 


3. आसान
दावा प्रक्रिया:

टाटा एआईजी बाइक इंश्योरेंस की दावा प्रक्रिया काफी आसान है। आप आसान चरणों में ऑनलाइन माध्यम से अपना दावा पेश कर सकते हैं। 

 

4. ओन  डैमेज कवर:

टाटा एआईजी बाइक इंश्योरेंस ऑन डैमेज कवर प्रदान करती है। इसमें दुर्घटनाओं, प्राकृतिक एवं मानव निर्मित आपदाओं के कारण बाइक को होने वाले किसी भी प्रकार की क्षति को कवर किया जाता है। 

 

5. तृतीयपक्ष क्षति:

टाटा एआईजी इंश्योरेंस में आप तृतीय पक्ष देता से मुक्त हो सकते हैं। साथ किसी प्रकार के जुर्माने से बच सकते हैं क्योंकि भारत में सड़क पर वाहन चलाने के लिए एक थर्ड पार्टी बीमा होना अनिवार्य कर दिया गया है। 

 

6. ऐडऑन का विकल्प:

टाटा एआईजी बाइक इंश्योरेंस आपको ऐडऑन को जोड़ने का विकल्प प्रदान करती है। इससे आप अपनी बाइक को अतिरिक्त कवरेज प्रदान कर सकते हैं।

 

7. उच्च
दावा निपटान अनुपात:

टाटा एआईजी बाइक इंश्योरेंस का दावा निपटान उच्च है। दावा निपटान प्रक्रिया आसान और कम समय लेने वाली है। 

 

8. कैशलेस
मरम्मत:

टाटा एआईजी बाइक इंश्योरेंस में आपको कैशलेस मरम्मत की सुविधा भी प्रदान की जाती है। इनके नेटवर्क गेराज में आप अपनी बाइक की मरम्मत कैशलेस माध्यम से करा सकते हैं। इसका भुगतान बीमा कंपनी द्वारा सीधे गैराज को ऑनलाइन माध्यम से कर दिया जाता है। 

 

9. त्वरित
ख़रीदना/नवीनीकरण प्रक्रिया:

आप टाटा एआईजी बीमा को ऑनलाइन माध्यम से आसानी से खरीद सकते हैं। यह प्रक्रिया काफी आसान है और कुछ मिनटों में पूरी हो जाती है। साथ ही आप इसके नवीनीकरण प्रक्रिया को भी ऐसे ही कुछ मिनटों में आसानी से कर सकते हैं। 

 

10. कानूनी
जुर्माने से सुरक्षा:

टाटा एआईजी बाइक इन्शुरन्स आपको कानूनी जुर्माने से सुरक्षा भी प्रदान करती है क्योंकि भारत में सड़क पर वाहन चलाने के लिए एक थर्ड पार्टी इंश्योरेंस होना कानूनी रूप से अनिवार्य बना दिया गया है। अतः आप टाटा एआईए बाइक इंश्योरेंस थर्ड पार्टी इंश्योरेंस के माध्यम से कानून जुर्माना से बच सकते हैं। 

 

11. चोरी
के खिलाफ वित्तीय कवरेज:

अगर आपकी गाड़ी चोरी हो जाती है तो आपको इसके खिलाफ वित्तीय सुरक्षा प्रदान की जाती है। 

 

12. व्यक्तिगत
दुर्घटना कवर:

टाटा एआईजी बाइक इंश्योरेंस आपको व्यक्तिगत बीमा कवर भी प्रदान करती है। इसमें अगर आपको अपना वाहन चलाते समय किसी प्रकार की चोट लग जाती है तो इसको भी बीमा कंपनी द्वारा कवर किया जाता है। 

 

13. त्वरित ऑनलाइन प्रक्रिया:

टाटा एआईजी बाइक इंश्योरेंस की ऑनलाइन प्रक्रिया काफी त्वरित और आसान है। इसे कोई भी व्यक्ति एक इंटरनेट सक्षम डिवाइस से आसानी से खरीद सकता है और नवीनीकरण कर सकता है। 

 

Read more

SBI Two Wheeler/Bike Insurance in Hindi

SBI Two Wheeler/Bike Insurance in Hindi (एसबीआई टू व्हीलर इंश्योरेंस) Table of Contents About SBI Two Wheeler Insurance Features and Benefits of SBI Two Wheeler Insurance Sbi Two Wheeler Plans SBI Two Wheeler Insurance Exclusion एसबीआई टू व्हीलर इंश्योरेंस के बारे में (About SBI Two Wheeler Insurance in Hindi) एसबीआई जनरल इंश्योरेंस कंपनी के द्वारा … Read more

ICICI Lombard Bike/Two Wheeler Insurance Policy in Hindi

ICICI Lombard Bike

बीमा पॉलिसी क्या है? (What is a Two wheeler Insurance Policy in Hindi?) एक दोपहिया बीमा पॉलिसी किसी भी दुर्घटना की स्थिति में आपकी बाइक या स्कूटर को होने वाले नुकसान से कवर प्रदान करती है। अगर आपकी बाइक में दुर्घटना में किसी प्रकार की टूट-फूट होती है तो इस लागत को बीमा कंपनी द्वारा … Read more

HDFC ERGO Two Wheeler/Bike Insurance Policy in Hindi

Bike Insurance Policy in Hindi : टू व्हीलर इंश्योरेंस आपके दो पहिया वाहन या बाइक को दुर्घटनाओं, प्राकृतिक आपदाओं, चोरी या चोरी के कारण होने वाले नुकसान से बचाने का कार्य करता है। अगर किसी कारणवश आपकी दो पहिया वाहन या बाइक को किसी प्रकार की क्षति पहुंच जाती है तो टू व्हीलर इंश्योरेंस के … Read more

Credit Card Generator in Hindi (क्रेडिट कार्ड जेनरेटर)

Credit Card Generator in Hindi (क्रेडिट कार्ड जेनरेटर) इस लेख में हम आपको क्रेडिट कार्ड जनरेटर के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे। इससे पहले कि हम इस लेख में आगे बढ़े आपको यह बता दें कि क्रेडिट कार्ड जनरेटर के माध्यम से क्रेडिट कार्ड जनरेट करना कानूनी रूप से मान्य नहीं है।  इस लेख के … Read more

Gold Loan in Hindi | गोल्ड लोन

Gold Loan in Hindi : यह गोल्ड के बदले लोन के रूप में भी जाना जाता है। यह एक प्रकार का  सुरक्षित लोन है जिसमें ऋण  प्राप्तकर्ता ऋण के बदले ऋणदाता के पास सोने के गहने गिरवी रखता है। ऋणदाता द्वारा प्रदान की जाने वाली ऋण राशि आम तो आमतौर पर सोने के मूल्य का एक निश्चित प्रतिशत होती है। 

 

आप इस Gold Loan को मासिक किस्तों के माध्यम से अपनी सुविधा के अनुसार चुका सकते हैं। जब आप लिए गए Gold Loan को पूरी तरीके से चुका देते हैं तो आपको आपके द्वारा गिरवी रखा गया सोना वापस कर दिया जाता है। 

 

होम लोन या कार लोन जैसे सुरक्षित लोन के विपरीत Gold Loan द्वारा प्राप्त धनराशि के उपयोग पर किसी भी प्रकार का प्रतिबंध नहीं होता है।आप इस लोन का उपयोग शादी, परिवार की छुट्टी या बच्चों की शिक्षा या अन्य किसी आवश्यकता के लिए बिना किसी रोक-टोक के कर सकते है। 

 

Gold Loan में गोल्ड एक Collateral के रूप में ऋणदाता के पास रहता है।अतः इस पर लगने वाला ब्याज भी कम लिया जाता है। 

गोल्ड
लोन लेने के फायदे | Gold Loan
Benefits in Hindi

Gold Loan एक प्रकार का व्यक्तिगत ऋण है जो आपकी तत्काल वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करता है। आपकी आवश्यकताएं कुछ भी हो सकती है जैसे -बच्चों की शिक्षा, शादी का खर्च, चिकित्सा आपात स्थिति या अन्य कोई। आप इसका उपयोग अपनी सुविधा के अनुसार कहीं भी कर सकते हैं। 

1. त्वरित संवितरण

Gold Loan एक प्रकार का सुरक्षित लोन होता है। अतः इसको प्राप्त करने के लिए न्यूनतम दस्तावेज की आवश्यकता होती है, क्योंकि आवेदक को Collateral के रूप में ऋण दाता के पास अपने सोने के गहने को गिरवी रखना पड़ता है। 

2. उपयोग का लचीलापन

Gold Loan में मिलने वाले ऋण पर किसी भी प्रकार की कोई निगरानी नहीं होती है अर्थात इसके माध्यम से मिलने वाली धनराशि को आप अपनी सुविधा के अनुसार जहां चाहे जैसा चाहे खर्च कर सकते हैं। 

3. सुरक्षित ऋण प्रकार

आवेदक को ऋण दाता के पास गिरवी रखे गए सोने के गहनों के अलावा किसी भी अन्य सुरक्षा या Collateral जमा करने की आवश्यकता बिल्कुल भी नहीं होती है। 

4. कम ब्याज दर

पर्सनल लोन की तुलना में Gold Loan पर लिए जाने वाले ब्याज दर काफी कम होती है, क्योंकि इसमें Collateral के रूप में सोने के गहने को ऋणदाता द्वारा अपने पास रखा जाता है। 

5. निष्क्रिय संपत्ति से सक्रिय संपत्ति

सोना एक प्रकार का निष्क्रिय संपत्ति माना जाता है। आप Gold Loan के जरिए अपनी निष्क्रिय संपत्ति को सक्रिय संपत्ति में बदल सकते हैं और आप अपनी वित्तीय जरूरतों के लिए धन की आवश्यकता को पूरा कर सकते हैं। Gold Loan  में आपके सोने के गहने को ऋण दाता द्वारा अपने पास गिरवी रखा जाता है। अतः  आपको इसकी सुरक्षा की चिंता करने की भी आवश्यकता नहीं होती है। 

गोल्ड लोन की ब्याज दरें और प्रसंस्करण
शुल्क | Gold Loan Interest
Rates and Processing Fees in Hindi

  • Gold Loan पर ली जाने वाली ब्याज दरें प्रत्येक ऋणदाता के लिए अलग-अलग होती है। 
  • गोल्ड लोन पर लिया जाने वाला ब्याज दर 9% से लेकर 18% के बीच होता है।
  • कुछ उधार दाताओं द्वारा ऋण राशि के 1 से 3% तक का प्रोसेसिंग शुल्क भी लिया जाता है। 

अतः आवश्यक है कि आप ऋणदाता से Gold Loan लेने से पहले आप गोल्ड लोन पर लगने वाले ब्याज दर, प्रसंस्करण शुल्क और देरी से भुगतान करने पर लगने वाला शुल्क तथा समय से पूर्व भुगतान करने पर लगने वाले शुल्क के बारे में भली-भांति पता कर ले। 

ऋण आवेदन को संसाधित करने
के लिए कौन से
दस्तावेज़ आवश्यक हैं? | Documents Required to
process Gold loan Application in Hindi

Gold Loan लेने के लिए आवश्यक दस्तावेज भिन्न-भिन्न ऋण प्रदाताओं के लिए भिन्न भिन्न होते हैं। हम कुछ सामान दस्तावेज की सूची के बारे में यहाँ चर्चा करेंगे जो प्रत्येक ऋण दाता गोल्ड लोन देने से पहले आपसे आवश्यक रूप से मांगते हैं। दस्तावेजों
की सामान्य सूची में शामिल
हैं: 

 

  • पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ, 
  • पहचान
    प्रमाण (पैन कार्ड, मतदाता
    पहचान पत्र, आधार कार्ड इत्यादि),
  • पता प्रमाण (पासपोर्ट,
    चालक का लाइसेंस, बिजली
    बिल इत्यादि)।

गोल्ड लोन की अवधि | Tenure of Gold Loan in Hindi

Gold Loan एक प्रकार का अल्पकालिक ऋण होता है। इसकी अवधि ऋणदाता के ऊपर निर्भर करती है। ऋणदाता के आधार पर गोल्ड लोन की अवधि कम से कम 1 महीने से लेकर 5 वर्ष या उससे भी अधिक जरूरत पड़ने पर बढ़ाई जा सकती है। 

गोल्ड लोन लेते समय आपको क्या देखना
चाहिए?

Gold Loan आपको अपने सोने के गहने को गिरवी रखने के बाद प्रदान किया जाता है। अतः आपको यह ध्यान देने की जरूरत है कि आप अपनी आवश्यकता से अधिक ऋण ना लें। आप उतना ही ऋण ले जितना कि आप समय पर चुका सके, ताकि आप अपने गिरवी रखे हुए सोने के गहने को पुनः प्राप्त कर सकें। अगर आप ऋण चुकाने में विफल होते हैं तो आपका क्रेडिट स्कोर खराब हो सकता है और भविष्य में किसी अन्य प्रकार के ऋण आवेदन के लिए आपके आवेदन को रद्द किया जा सकता है। साथ ही आपके सोने के गहने भी ऋण न चुकाने पर वापस नहीं किए जाएंगे। 

Read more

CC loan in Hindi | Cash Credit Loan in Hindi

CC loan in Hindi प्रत्येक व्यवसाय को अपने प्रतिदिन के कार्य की देखभाल के लिए एक नियमित नगद प्रवाह की आवश्यकता होती है। यदि व्यवसाय के लिए कार्यशील पूंजी की आवश्यकताओं को समय पर ठीक से पूरा नहीं किया जाता है तो उस व्यवसाय के संचालन के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती है। 

 

CC Loan (Cash Credit Loan) व्यवसाय की इसी प्रकार की आवश्यकता को पूरा करने के लिए विकसित किए जाते हैं। व्यवसाय द्वारा CC Loan (Cash Credit Loan) के माध्यम से प्राप्त निधियों का उपयोग अपने दिन प्रतिदिन के कार्यों जैसे कच्चे माल की खरीद, मशीनरी खरीद, ओवरहेड लागत, ऋण निपटान, इन्वेंट्री लागत आदि सहित अन्य प्रकार के परिचालन खर्चों के लिए किया जा सकता है। 

 

CC Loan (Cash Credit Loan) लेने वाली कंपनियों को ऋणदाता को Collateral (उधार चुकाने में असमर्थता के कारण बदले में दी जाने वाली संपत्ति या मूल्‍यवान वस्‍तुएँ) प्रदान करना होता है क्योंकि यदि कंपनी लिए गए ऋण को चुकाने में असमर्थ होती है तो ऋणदाता द्वारा Collateral के माध्यम से अपनी क्षति की पूर्ति की जा सके। कंपनी Collateral के रूप में संपत्ति जैसे अपने इन्वेंटरी, कार्य प्रगति के समान आदि को CC Loan (Cash Credit Loan) के Collateral के रूप में गिरवी रख सकती है। 

 

CC Loan (Cash Credit Loan) के माध्यम से प्राप्त होने वाले ऋण के लिए ऋण  दाता द्वारा कंपनी के लिए एक चालू खाता खोला जाता है, जिसमें ऋणदाता द्वारा स्वीकृत ऋण धनराशि को डाल दिया जाता है और जब भी कंपनी को कार्यशील पूंजी की आवश्यकता होती है तो वह इस चालू खाते से ऋणदाता द्वारा प्रदान किए गए ऋण का उपयोग कर सकता है। 

 

तो चलिए CC Loan (Cash Credit Loan)  के विभिन्न पहलुओं और उद्योगों से उसके संबंध के बारे में विस्तार से चर्चा करें। 

कैश क्रेडिट लोन की विशेषताएं | CC Loan (Cash Credit Loan) Features in Hindi

  • कोई भी कंपनी अपने व्यवसाय की कार्यशील पूंजी की आवश्यकता के लिए CC Loan (Cash Credit Loan) प्राप्त कर सकता है। 
  • CC Loan (Cash Credit Loan) प्राप्त करने के लिए कंपनी को Collateral  के रूप में ऋणदाता के पास संपत्ति गिरवी रखनी पड़ती है। 
  • CC Loan (Cash Credit Loan) पर लगने वाला ब्याज केवल उसी राशि पर लगाया जाता है जिसका उपयोग ऋणप्राप्तकर्ता चालू खाते से निकल कर करता है ना कि दिए गए स्वीकृत राशि पर। 
  • CC Loan (Cash Credit Loan) प्रदान करने वाले ऋणदाता के पास स्वीकृत ऋण राशि को वापस लेने का अधिकार होता है। 
  • CC Loan (Cash Credit Loan) में ऋणदाता द्वारा कंपनी के नाम पर एक चेक बुक जारी की जाती है जिसका उपयोग कंपनी द्वारा अपने दिन प्रतिदिन के आवश्यकता के अनुसार आवश्यक राशि को निकालने के लिए किया जा सकता है। 
  • CC Loan (Cash Credit Loan) में कंपनी को दैनिक या साप्ताहिक आधार पर ऋणदाता को पुनः भुगतान करने का विकल्प प्रदान किया जाता है। 

कैश क्रेडिट लोन के लिए पात्रता | CC Loan (Cash Credit Loan) Eligibility in Hindi

 

CC Loan (Cash Credit Loan) के लिए ऋणदाता द्वारा निम्नलिखित कुछ पात्रता मानदंड निर्धारित किए गए हैं। इसकी चर्चा नीचे की गई है –

 

  • अधिकांश ऋणदाताओं द्वारा व्यवसाय के मालिक के लिए कम से कम 25 वर्ष की न्यूनतम आयु की पात्रता निर्धारित की गई है।  हालाकी न्यूनतम आयु की आवश्यकता बाजार में ऋणदाताओं के बीच भिन्न-भिन्न हो सकती है। CC Loan (Cash Credit Loan)  के लिए आपको इसके लिए न्यूनतम आयु सीमा को जानने के लिए संबंधित ऋणदाता कंपनी से संपर्क करना पड़ेगा। 
  • CC Loan (Cash Credit Loan) को प्राप्त करने के लिए कम से कम 3 साल का बिजनेस विंटेज होना चाहिए। बिजनेस विंटेज का अर्थ उन वर्षों की संख्या से है जिन वर्षों में व्यवसाय संचालन में रहा है। लेकिन बाजार में ऋणदाता के बीच यह आवश्यकता भी भिन्न-भिन्न हो सकती है। कुछ ऋणदाताओं द्वारा ऐसी कंपनियों को भी ऋण प्रदान किए जाते हैं जिनका व्यवसाय केवल 1 वर्ष पुराना होता है।  अतः इस संबंध में आपको संबंधित ऋणदाता कंपनी से संपर्क करना होगा। 
  • CC Loan (Cash Credit Loan) के लिए अप्लाई करने के लिए कंपनी को कम से कम 1 वर्ष के लिए आईटी रिटर्न दाखिल करना होगा। आवेदन के समय इससे संबंधित प्रमाण कंपनी द्वारा ऋणदाता को प्रस्तुत करना होगा। 
  • CC Loan (Cash Credit Loan) को प्राप्त करने के लिए कंपनी को ऋणदाता को Collateral प्रदान करना होगा। अगर किसी कारणवश कंपनी लिए गए ऋण का भुगतान करने में असमर्थ होती है तो ऋणदाता द्वारा इस Collateral को ज़ब्त कर लिया जाएगा। Collateral के रूप में कंपनी अपनी इन्वेंटरी, कार्य प्रगति के समान, कच्चे माल आदि को भी गिरवी रख सकती है। 

Read more